होश और आवाज़ के जागीरदारों,
कब तलक तजुर्बे करोगे?
कभी नेक दिली से सच्चा इश्क भी करके देखो.
यह दुनिया फानी है यारो |
इसमें ज़न, ज़मीन, जेवर की नहीं,
मोहब्बत-ए-बशर की तमन्ना भी करके देखो |
जो तुझसे बिना जाने धोका कर बैठा |
यह तेरी भी एक कमजोरी ही होगी,
जोह अनजाने में भरोसा कर बैठा |
उस दरख़्त का एक पत्ता आज फिर टूटा,
आखर कार निगाह बानो का साथ भी हमसे छूटा
ज़िन्दगी भी एक अजीब फलसफे का है नाम,
जितना हमने इसको चाहा, उतना ही इसने हमे लूटा |
more on the way...................
I really appreciate ur work sir!!!
ReplyDeleteUrdu is moi favr8 language n I've personal interest in urdu shayeri!!!
Glad to know that.
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